When a human asked another for the first
time in history: ‘SPEAK’, what word and in which language might have been uttered?
Let’s ask JIBHA and BHASHI, the twins from the pre-historic times…
जब पहली बार एक मनुष्य ने दूसरे को कहा
होगा: ‘बोलो’, तब किस भाषा में कहा होगा और क्या कहा होगा? चलिये
यह प्रश्न हम अति-प्राचीन काल के जुड़वाँ बच्चों जीभा और भाषी से
पूछते हैं...
It has been a
month on this blog. It is high
time that I introduce to you, two important participants in this playful journey
for the search of ‘DNA of Words’. Meet the twin kids: JIBHA and BHASHI
(the words
JIBHA and BHASHI are corruption of the Sanskrit words for tongue and language
respectively). The kids quietly came aboard my time-machine right at the commencement
of the journey with ancestors to witness the creation of the first words.
They have with them their pretty dog. The twins are very innocent kids,
lovable indeed, yet being our ancestors they deserve a lot of respect. They
follow me everywhere. I can hardly say no if they insist on coming along!
|
‘शब्दों का डीएनए’ की खोज में एक महीना
बीत चुका है। अब समय आ गया है कि आपको इस खेलमयी खोज-यात्रा के दो प्रमुख
पात्रों से मिलवाया जाए। इनसे मिलिये। ये दो जुड़वाँ बच्चे हैं। नाम हैं, जीभा और भाषी। जब
से हमने टाइम मशीन में घूमना शुरू किया है और पुरखों के पास जा पहुँचे हैं, जहां मानव इतिहास के
पहले शब्दों की रचना हो रही है, तब से ही ये दोनों बच्चे चुपके से हमारी टाइम मशीन
में सवार हो गए हैं। इनके साथ इन दोनों का एक प्यारा सा कुत्ता भी है। ये दोनों
बच्चे हैं, सच्चे हैं, प्यारे हैं, पर हैं तो हमारे
पूर्वज ही। अतः अति आदरणीय भी हैं। हम जहाँ कहीं भी जाते हैं, ये दोनों साथ चलने की
जिद करते हैं। बच्चों की जिद के आगे भला हमारी क्या चलेगी!
|
Jibha and
Bhashi speak non-stop. Their favorite game is to repeat each other’s words. However,
they make one mistake each time they repeat a word! One never feels the
passage of thousands of years in time machine when you see and hear them
playing with words. The twins tell me how words change over the ages; and, in
turn, I tell you the story in my words in this blog.
|
जीभा और भाषी लगातार
बोलते रहते हैं। एक दूसरे के बोले हुए शब्दों को दोहराते रहना ही इन दोनों का
मन-पसंद खेल है। लेकिन हर बार पहला शब्द दोहराते हुए ये एक गलती कर देते हैं।
इन्हें शब्दों से खेलते हुए, देखते हुए, सुनते हुए, टाइम मशीन में हमारी
हज़ारों वर्षों की यात्रा कब कट जाती है, पता ही नहीं चलता। ये
दोनों ही मुझे बताते रहते हैं कि समय के साथ शब्द कैसे बदलते हैं। और फिर, मैं उनकी कही बात इस
ब्लॉग में लिख देता हूँ।
|
Sometime back,
I informed three linguists about Jibha-Bhashi’s word game. The linguists
permitted me to bring along the twins for an audience with them.
|
मैंने
भाषा-विज्ञान के तीन विद्वानों को
जीभा-भाषी के खेल के बारे बताया। उनकी अनुमति से, मैं टाइम मशीन के दोनों बच्चों जीभा-भाषी को उनसे मिलवाने के
लिए ले गया।
|
Mr. Curious asked
the kids:
|
श्री जिज्ञासु
ने बच्चों से पूछा:
|
“How did you start the game?
|
“तुमने यह
शब्दों का खेल कैसे शुरू किया।”
|
“Jibha had asked me: ‘speak.’ –- said
Bhashi
|
“जीभा ने मुझे
कहा था: बोल”। —भाषी बोली।
|
“But, there was no word for speech at
that point of time. What exact word did you utter?”— asked Prof. Perfect.
|
“लेकिन उस समय
तो ‘बोल’ शब्द था ही नहीं। तुमने
भाषी को क्या शब्द कहा?” – प्रोफेसर निपुण ने पूछा।
|
Jibha chuckled and said:
|
जीभा को हँसी आ
गयी। और कहा:
|
“Oh yes. There were no words. There
were only natural sounds”. Glancing at her doggy, she continued: “Dog’s woof,
sound of wind blowing through trees, murmur of moving leaves, tip-tip sound
of rain drops, roar of the water falls, chirps of sparrows, crow’s caw, and
coo of cuckoo and so on. I used to mimic the sounds of nature to relate to any
experiences that needed an expression”.
|
“हाँ, उस समय तो शब्द ही
नहीं थे। बस चारों ओर प्रकृति में कुछ ध्वनियाँ थी।
फिर उसने अपने कुत्ते
को देखा।
“कुत्ते की
भों-भों, पेड़ो के बीच से गुजरती
हवा की साँय-साँय, पत्तों के
हिलने की मरमर, वर्षा की
बूँदों की टप-टप, झरनों की
झर–झर, चिड़ियों की चीं-चीं, कौए की काँव-काँव, कोयल की कूहू-कूहू।
मैं इन ध्वनियों की नकल करती थी। और इन ध्वनियों का उपयोग अपनी बात कहने के लिए
करती थी।”
|
Dr Analytical interrupted her: “what
exactly did you tell Bhashi when you wanted to say ‘speak’. I mean what exact
‘word’?
|
डा॰ विवेचक ने बीच
में टोका: “भाषी को बोलने के लिए आपने कैसे कहा? क्या शब्द कहा?”
|
“That is what I was telling you,” said
Jibha. She had another glance at her doggy. “When my doggy has to speak, it
says: BHOK. I told Bhashi exactly that. ‘BHOK’. And she understood. That was
the beginning of our eternal game of words.” The twins had a hearty laugh.
|
“वही तो बता
रही थी”। जीभा ने कहा। फिर कुत्ते की ओर देखा और कहती गयी:
“जब मेरा कुत्ता
बोलता है, तो भोक-भोक बोलता है।
मैंने भाषी को बोलने के लिए कहना चाहा तो मुंह से निकला: “भोक”। भाषी समझ गयी, और बोलने लगी। बस इस
तरह हमारा शब्दों का खेल शुरू हुआ”। दोनों खिलखिलाकर कर हँस पड़ीं।
|
“What next”
Come on Jibha. Let’s replay the oldest
game for Sir.”— said Bhashi
|
“आगे क्या
हुआ”।
“चल जीभा, सर के लिए आज फिर से वही
सबसे पुराना खेल खेलें।– भाषी बोली।
|
As the twins began their game, new
words began to float in air in front of our eyes and echoed in our ears...
|
दोनों ने
शब्दों का खेल खेलना शुरू किया। हवा में हर क्षण नए शब्द हमारी आँखों के सामने तैर
कर कानों में गूंजने लगे...
|
Game 1
|
खेल 1
|
“bhok” –- Jibha initiated.
|
"भोक"--
जीभा ने शुरू किया
|
“bhoka” –- replied Bhashi.
|
"भोका"
-- भाषी बोली
|
“bhaka”— said Jibha
|
"भाका"
-- जीभा ने कहा
|
“bhacha” – Bhashi said
|
"भाचा " -- भाषी बोली:
|
“bhaja” – Jibha said
|
"भाजा" –- जीभा ने कहा
|
“BHASHA” (word for language in Sanskrit, Hindi,
Marathi, Malyalam) – said Bhashi
|
"भाषा" (संस्कृत, हिन्दी, मराठी, मलयालम) –
भाषी बोली।
|
“BAHASA” (Indonesian, Malay)
Both clapped: “this game is over”.
|
"बहासा" (इंडोनेशियन, मलय)
"यह खेल खतम"-- दोनों ने
तालियाँ बजायीं।
|
“Interesting game” – Mr Curious
chuckled.
“This is kiddish. Why are you wasting
our time?” – Prof Perfect was annoyed.
But by now the next inning had begun…
“Let’s play again,” Jibha said.
|
"रोचक खेल है"-- जिज्ञासु जी
हँसे।
"ये क्या बचपना है, क्यों हमारा समय नष्ट कर रहे
हो"—प्रो॰ निपुण गुस्साए।
लेकिन तब तक खेल की अगली पारी शुरू हो
गयी थी...
“चल फिर से खेलें... ”
|
Game 2
|
खेल 2
|
bhok
|
भोक
|
bhoka
|
भोका
|
bhaka
|
भाका
|
bhacha
|
भाचा
|
bhaja
|
भाजा
|
jabha (reverse of jabha)
|
जाभा (भाजा का उल्टा)
|
jibha
|
जीभा
|
jibaha
|
जिबहा
|
jivha
|
जीवहा
|
JIHVA (Sanskrit word for tongue)
|
जिह्वा (संस्कृत)
|
jihval
|
जिह्वल
|
jiyval
|
जिय्वल
|
giyval
|
गिय्वल
|
ligyav
|
लिग्यव
|
lingyav
|
लिंग्यव
|
LINGUA (Latin for tongue, speech)
|
लिंगुआ
(लैटिन में भाषा, जीभ)
|
Linguah
|
लिंगुआह
|
Linguaj
|
लिंगुआज
|
LANGUAGE (old French,
middle English)
|
लेंगुयज
(भाषा, पुरानी फ्रेंच, अँग्रेजी)
|
“Stop
all this.” – said Prof. Perfect. “Now, you mean the kids will tell me about
the etymology of lingua, bhasha and jihva!”
“Sir, the root of jihva is ‘hvai ह्वै” said Dr Analytical, “And lingua has come from the
proto-Indo-European *dn̥ǵʰwéh₂s.”
“Exactly, but the kids are playing it
wrongly”. Said Prof Perfect.
But Jibha-Bhashi were at it again…
|
“बंद करो यह
खेल” --प्रो॰ निपुण ने कहा। अब बच्चे हमें बताएँगे कि भाषा, जिह्वा, लिंगुआ शब्द कहा से आये!”
“सर जिह्वा कि
मूल धातु तो ह्वै है” – डा॰ विवेचक ने कहा, “और लिंगुया तो प्र–भरोपियाई शब्द दिङ्ग्वेह से आया है”।
“वही तो, लेकिन बच्चे तो कुछ और ही खेल रहें हैं” –प्रो॰ निपुण बोले।
जीभा-भाषी अब
तक फिर शुरू हो चुके थे...
|
Game 3
|
खेल 3
|
ligyav (from game 2)
|
लिग्यव (खेल 2 से )
|
ligay
|
लिगय
|
lugay
|
लुगय
|
lúğa
(Arabic)
|
लुगा
(अरबी)
|
lugha (Swahili)
Jibha-Bhashi were unstoppable…
|
लुघा
(स्वाहिली)
जीभा-भाषी
रुकने वाले नहीं थे..
|
Legu
|
लेगू
|
Leju >lezu
(Armenian)
|
लेजु
(आर्मेनिक)
|
Lezuvis (Lithuanian)
|
लेजुविस
(लिथुआनी)
|
Game 4
|
खेल 4
|
jihva
|
जिह्वा
|
jihvali
|
जिहवली
|
sivhali
|
सिव्हली
|
SWAHILI (language of East and Central Africa)
|
स्वाहिली
(पूर्वी
व मध्य अफ्रीका की भाषा)
|
Game 5
|
खेल 5
|
jivha
|
जीवहा
|
jivja
|
जीवजा
|
diyja
|
दियजा
(संस्कृत में ज > द सामान्य)
|
diyga
|
दियगा
|
diyanga
|
दियंगा
|
dingya
|
दिंग्य
|
DINGUA (tongue, Old Latin)
|
दिंगुआ (पुरानी लैटिन)
|
*DN̥ǴʰWÉH₂S (tongue, speech, language; imaginary word in Proto-Indo-European)
|
दिङ्ग्वेह
(काल्पनिक प्र-भारोपियाई शब्द)
|
tingua
|
तिंगुआ
|
TONGUE
|
तोंगुए
/ टंग (अँग्रेजी)
|
“Oh my God” – Prof Perfect almost
shouted and put his hands on ears. However, the kids continued their game.
|
“हे भगवान” –प्रो॰
निपुण चिल्लाए और उन्होने अपने कान बंद कर लिए। पर बच्चे खेलते ही रहे।
|
Game 6
|
खेल 6
|
Dingua (Latin)
|
दिंगुआ (लैटिन)
|
Zingua
|
ज़िंगुआ
|
Zunge (German)
|
जुंगे
(जर्मन)
|
Game 7
|
खेल 7
|
Jihva
|
जिह्वा
|
zihva
|
ज़िहवा
|
Hizva (tongue, Avesta)
|
हिज्वा
(जीभ, अवेस्ता)
|
Hizuva (tongue, Avesta) > hizu (tongue, Avesta)
|
हिजुवा
(जीभ, अवेस्ता)> हिजु (जीभ, अवेस्ता)
|
Hizuba
|
हिजुबा
|
Hizuban (tongue, Middle Persian)
|
हिजबान
(जीभ, मध्य फारसी)
|
Zihban
|
जिहबान
|
Ziyban
|
जियबान
|
ZABÂN (Persian)
|
ज़बान (फारसी)
|
ZUBAN (Urdu)
|
जुबान
(उर्दू)
|
Game 8
|
खेल 8
|
bhok
|
भोक
|
bhaak
|
भाक
|
bhak
|
भक
|
BAK
|
बक
|
bach
|
बच
|
VACH (speak, Sanskrit)
|
वच (संस्कृत)
|
vaj
|
वज
|
VAD (speak, Sanskrit)
|
वद (संस्कृत)
|
Game 9
|
खेल 9
|
vach
|
वच
|
vak
|
वक
|
vaak
|
वाक
|
VOCA (Latin)
|
वोका
(लैटिन)
|
VOCAL (English)
|
वोकल
(अंग्रेज़ी)
|
Game 10
|
खेल 10
|
vak
|
वक
|
VAKTA (speaker, Sanskrit)
|
वक्ता
|
ADIVAKTA (adhi + vakta =advocate, Skt.)
|
अधिवक्ता
(अधि+ वक्ता)
|
adhvoket
|
अधवोकेट
|
ADVOCATE
|
एडवोकेट (अंग्रेज़ी में वकील)
|
Game 11
|
खेल 11
|
vachan (word, Sanskrit)
|
वचन
|
vakan
|
वकन
|
vakal
|
वकल
|
VAKIL (advocate, Persian, Urdu)
|
वकील
|
Game 12
|
खेल 12
|
VACH
|
वच
|
vachas
|
वचस
|
VECHIS (old Persian)
|
वेचिस
(पुरानी फारसी)
|
Game 13
|
खेल 13
|
bach bach
|
बच बच
|
chhabach
|
चबच
|
sabach
|
सबच
|
sapach> speech
|
सपच > स्पीच (अँग्रेजी)
|
sapak
|
सपक
|
sapik> SPEAK
|
स्पीक (अँग्रेजी)
|
Game 14
|
खेल 14
|
vach
|
वच
|
bach
|
बच
|
pach
|
पच
|
paacha
|
पाच
|
PĀCHAI (language,Tamil)
|
पाचई
(तमिल)
|
Game 15
|
खेल 15
|
bhasha (language,
Sanskrit)
|
भाषा
|
pasha
|
पाषा
|
pacha
|
पाचा
|
PĀCHAI (language,Tamil)
|
पाचई
(भाषा, तमिल)
|
Game 16
|
खेल 16
|
bach
|
बच
|
bachan > VACHAN
(Sanskrit, Hindi)
|
बचन > वचन (संस्कृत,
हिन्दी)
|
bajan
|
बजन
|
BAYAAN (statement, Urdu)
|
बयान
(उर्दू)
|
bayal
|
बयाल
|
bol
|
बोल
|
BOLI (dialect, language, Hindi)
|
बोली
(हिन्दी)
|
MOLI (language, Tamil)
|
मोली
(तमिल)
|
Game 17
|
खेल 17
|
VACHAN
bachan |
वचन
(संस्कृत, हिन्दी)
बचन |
bajan
|
बजन
|
bayan
|
बयन
|
BAYAN (Persian, Urdu)
|
बयान (फारसी, उर्दू)
|
BAYAN (Persian, Urdu) n is nasal
|
बयां (फारसी, उर्दू)
|
Game 18
|
खेल 18
|
VACH (Sanskrit, speak)
|
वच
|
vach vach
|
वच वच
|
vakvach
|
वकवच
|
kavchav
|
कवचव
|
Kvechua >QUECHUA (language of S. America) |
क्वेचुआ
(दक्षिण अमरीका की भाषा)
|
Game 19
|
खेल 19
|
JIHVA
|
जिह्वा
|
jihval
|
जिह्वल
|
jiyval
|
जिय्वल
|
yiyval
|
यीयवल
|
yiyvan
|
यीयवन
|
YǓ YÁN (language, Chinese)
|
युयान
(भाषा के लिए चीनी शब्द)
|
Game 20
|
खेल 20
|
bhok
|
भोक
|
bok
|
बोक
|
BEAK
|
बीक
(चोंच के लिए अँग्रेजी शब्द)
|
meak
|
मीक
|
meekh
|
मीख
|
MUKH (Mouth in Sanskrit, Bengali, Hindi)
|
मुख
(हिन्दी, संस्कृत, बांग्ला)
|
BHUK (hunger, eating, Sankrit)
|
भुक
(संस्कृत)
|
BHOOKH (hunger, Hindi)
|
भूख
(हिन्दी)
|
BHUCH
|
भुच
|
BHUJ
|
भुज
(संस्कृत)
|
BHOJ
|
भोज
(संस्कृत)
|
BHAJA
|
भाजा
(हिन्दी)
|
BHAJI
|
भाजी
(हिन्दी)
|
Jibha and Bhashi were deviating from
words related to tongue and language. They were on the way now to play with words
for mouth, food, hunger etc. Prof. Perfect and Dr Analytical were had no
patience left. Dr Analytical stopped the kids’ game. He told me angrily:
|
जीभा और भाषी
अब भाषा-संबंधी शब्दों को छोड़ कर मुख और खाने के शब्दों की और मुड़ गए थे। शायद
उन्हे भूख लगी थी। प्रो॰निपुण और डा॰ विवेचक
का धैर्य जवाब दे चुका था। विवेचक जी ने बच्चों को रोका, और मुझे ग़ुस्से में कहा:
|
“That’s enough of a kidding. This is
bluffing. You are wasting time, yours as well as ours”.
|
"बस बहुत
हुआ, यह क्या बचपना है। ये बच्चे टल मार रहें हैं, और तुम अपना और हमारा समय खराब कर रहे हो।
|
I tried to say: “Sir, it seems to be an
interesting game. Perhaps it may shed some light on unknown aspects of the, evolution of languages.”
|
मैंने कहा:
"सर, ये बच्चे रोचक खेल खेल रहें हैं। शायद भाषाओं के
विकास को समझने में मदद मिले"।
|
“Languages don’t evolve in this
manner. Words have their roots. There are roots of words in different
languages. There is no single origin of all languages. The kids are playing
with many languages in the same game. Swahili, Arbaic, Latin, Sanskrit.
Tamil, Chinese, Quechua! That is not allowed. They speak a newer word first
and older one later. If you think that you love this game, you need a mental treatment.
The mental hospital is not far away.” Prof Perfect gave me a sarcastic smile”.
|
"भाषाएँ
ऐसे नहीं बनती। सभी शब्दों की धातुएँ होती हैं। सभी भाषाओं में शब्दों की अलग-अलग
धातुएँ होती हैं। सभी भाषाओं का कोई एक उद्गम नहीं हैं। ये बच्चे स्वाहिली, अरबी, लैटिन, संस्कृत, तमिल, चीनी, या क्वेचुया
सभी भाषाओं से एक साथ खेल रहे हैं। कई बार नया शब्द पहले बोल रहें हैं और पुराना
बाद में! अगर तुम्हें ये खेल पसंद है, तो मुझे लगता है कि तुम्हें
दिमागी इलाज की जरूरत है। दिमाग का अस्पताल कोई दूर नहीं है"। --प्रो॰ निपुण के चेहरे पर वक्र मुस्कान उभरी।
|
“And moreover, I
advise to you that don’t waste your time with these kids. Concentre on your biological
research.” Said Dr Analytical.
|
“और सुनिए, मेरी सलाह है कि इन बच्चों के साथ अपना समय नष्ट करने की बजाय आप अपनी
बायोलॉजी की रिसर्च में ही ध्यान लगायेँ”।–
डा॰ विवेचेक ने कहा।
|
“Today, here in my office, there has
been travesty of linguistics. Had I not known you earlier, I would have
thrown you out of this window.” Prof. Perfect turned his face away.
|
“आज यहाँ, मेरे सामने, भाषा-विज्ञान का मज़ाक उड़ाया गया है।
अगर आप पूर्व-परिचित न होते तो इन बच्चों सहित मैं आपको खिड़की से बाहर फेंक
देता।” – प्रो॰ निपुण ने गुस्से में मुंह फेर लिया।
|
I sought his forgiveness for the
crime. There was no need for any formality of asking for his permission to
leave. He had already ordered me out.
Mr Curious came along to see us off. He whispered: “This is
interesting. Buy a voice recorder. None of the kids’ talk should remain
unrecorded.”
|
मैंने उनसे
क्षमा माँगी। चलने की आज्ञा मांगने की औपचारिकता की कोई आवश्यकता नहीं थी। पहले
ही आदेश मिल चुका था। हम लौट चले। जिज्ञासु जी हमें बाहर तक छोड़ने आए, और फुसफुसाते हुए बोले: “रोचक है। एक वॉइस-रिकार्डर खरीद लीजिये। बच्चों के
कोई भी शब्द बिना रिकार्ड हुए न रह जाए”।
|
Back home, Jibha complained:
“Our word-game is no madness. We have
firm rules of the game. We never violate the rules. We never replace D with L
as the professor was doing in some imaginary word called *dn̥ǵʰwéh₂s to construct the word lingua. We
change D to T, Th, Dh or J. but never from D to L.”
|
घर पहुँचते ही
जीभा बोली:
"हमारा
शब्दों का खेल कोई पागलपन नहीं है। हमारे खेल के पक्के नियम हैं। हम कभी भी खेल
के नियम नहीं तोड़ते। हम कभी ड से ल नहीं बनाते जैसा कि सर ने किसी काल्पनिक शब्द
दिङ्ग्वेह से लिंगुया बताने में किया। हम तो ड से ट, ठ, ढ, या त, थ, द, ध ही बनाते हैं।
कभी-कभी द से ज भी। पर ड से ल तो कभी नहीं।
|
Why didn’t you tell the professor that
your game is based on rules, and not on random blurts”
I told them.
|
अरे तो यह सब वहाँ
बताना था कि तुम्हारा खेल नियमों पर आधारित है न की बेतरतीब बक-बक। -- मैंने कहा
|
“We remained mum because (a) they were experts who have spent their life-time
in studying about words. We must respect the experts. (b) We were their
guests; and (c) they were all angry. But I like Mr Curious, the gentleman who
came out to see us off.”
|
“हम नहीं
बोले। क्योंकि (क) वे लोग विद्वान हैं। पूरा जीवन उन्होने शब्द-चर्चा में लगाया
है। वे माननीय हैं; (ख) हम वहाँ पर उनके मेहमान भी थे। और (ग) वे लोग
गुस्से में भी थे। बस वह, जो हमें बाहर तक छोड्ने आए थे, जिज्ञासु जी, वही हमें पसंद आए”।
|
Suddenly I realised that I was
underestimating the kids. Although they look like kids, they were in fact the
grandmothers of all of us!
|
मुझे लगा कि
मैंने जीभा-भाषी को अभी तक नहीं पहिचाना है। ये दोनों दिखने में ही बच्चियाँ है, पर हैं तो हम सभी की नानियां!
|
“O.K. now tell the about the rules of
your word–game.” -- I asked.
“Now listen, today we will disclose
the principles and methods of our madness” –Jibha and Bhashi said in unison.
|
"अच्छा।
क्या नियम हैं आपके खेल के"? -- मैंने पूछा।
"तो फिर
सुनिए। हमारे ‘पागलपन’ के नियम और
सिद्धान्त"। --जीभा और भाषी ने एक स्वर में कहा।
|
Read the principles of madness of Jibha
and Bhashi in the next post...
|
अगली पोस्ट
में पढ़िए, जीभा और भाषी के पागलपन के सिद्धान्त...
|
very intresting, Sir
ReplyDeleteThanks Vineet. Let us keep walking with the ancestors in search of the "DNA of Words".
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