‘ख़लीफ़ा’ अरबी भाषा का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ उत्तराधिकारी
या वारिस माना जाता है। किन्तु इस शब्द का प्रयोग केवल ‘पैग़म्बर
मोहम्मद के उत्तराधिकारी’ के लिए किया जाता है। मोहम्मद साहब के देहांत के
बाद हज़रत अबु बक्र अरब के पहले ख़लीफ़ा बने। बाद में, बगदाद (1258 ई॰ तक) और तुर्की (1571 ई॰ से 1924
ई॰ तक) के शासक भी ख़लीफ़ा कहलाए। ख़लीफ़ा के कई अन्य अर्थ भी प्रचलित हो गए, जैसे
उप-राजा, राज्यपाल, प्रतिनिधि, कार्यवाहक, प्रजापालक।
कुरान मजीद में पहली बार सूरा 2/30 में अल्लाह द्वारा ख़लीफ़ा नियुक्त करने की इच्छा का वर्णन है। इसलिए
कुछ लोग ख़लीफ़ा को अल्लाह का वारिस या उत्तराधिकारी भी मानने की भूल करने लगे। भक्तों
को विश्वास हैं कि अल्लाह को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने की आवश्यकता नहीं हो
सकती क्योंकि अल्लाह की सत्ता हर समय और हर जगह है। यूं भी किसी भी मानव में अल्लाह
के प्रतिनिधि होने की योग्यता का पाया जाना असंभव है। मोहम्मद साहब भी अल्लाह के
केवल प्रवक्ता थे, कोई उत्तराधिकारी या प्रतिनिधि नहीं। प्रथम ख़लीफ़ा हज़रत
अबु बक्र भी स्वयं को अल्लाह या पैग़म्बर का उत्तराधिकारी या प्रतिनिधि न मान कर,
केवल प्रजापालक मानते थे। अतः ख़लीफ़ा शब्द का उचित भावनात्मक अर्थ ‘प्रजापालक’
ही है। इसमें पालन करने का कर्तव्य निहित है,
सत्ता का अधिकार नहीं। यह इस्लाम की समता-मूलक समाज की मूल कल्पना के अनुरूप है।
लेकिन यह अरबी शब्द ख़लीफ़ा आख़िर
कहाँ से आया? भाषाविद् अरबी और संस्कृत में कोई संबंध नहीं मानते। किन्तु अगर हम ‘संस्कृत
सभी भाषाओं की जननी’ के सिद्धान्त पर विचार करना चाहें तो हमें ख़लीफ़ा शब्द से मिलता-जुलता
और समान अर्थ वाला शब्द संस्कृत में खोजना होगा। अगर ख़लीफ़ा शब्द का मूल रूप,
अर्थ और भाव ‘पालक’ रहा होगा तब तो संभव है कि पालक शब्द उच्चारण भेद
से फ़ालक और फ़ालख़ बन गया होगा; और
शब्द की मोतीमाला बिखर कर फिर जुड़ने से फ़ालख़
का ख़लफ़ा और उससे ख़लीफ़ा बन गया होगा।
पालक >
फ़ालक > फ़ालख़
> ख़लफ़ा >
ख़लीफ़ा।
लेकिन, अगर ख़लीफ़ा शब्द को केवल वारिस के अर्थ में देखें, तब
संस्कृत शब्द ‘कुलदीप’ इसके अधिक निकट बैठता है:
कुलदीप >
खलदीफ़ > खलजीफ
> खलयीफ >
ख़लीफ़ा।
(संस्कृत में द से ज और ज से य में बदलाव के अनेक उदाहरण हैं; जैसे
द्युति
>ज्योति , प्रद्योत>प्रज्योत; राजा > राया
|
The word Caliph is derived from the Arabic word
khalifa. It literally means successor or heir. However, in practice, the word
Caliph is used only for successors of the Prophet Mohammed. Hazrat Abu Bakr became the first caliph of
Arabia after the death of Prophet Mohammed. Later, the rulers of Baghdad (until
1258 AD) and Turkey (from 1571 until 1924) were also called the caliph. Some
more meanings got associated with the word Caliph, e.g. viceroy, governor, representative,
officiating, and guardian of the people. Allah’s wish
to appoint a caliph is mentioned for the first time in the holy Koran in Sura
2/30. Therefore, some people make the mistake of believing the Caliph to be the
successor to God. The faithful believe that the God doesn’t need to appoint His
successor because He is present everywhere and at all times. Moreover, no
human being can possess the merit to qualify as His representative or successor.
Even the Prophet Mohammed was only a spokesperson rather than a successor or
representative of Allah. Hazrat Abu Bakr, the first caliph, considered
himself to be a guardian of the people rather than a successor or
representative of Allah or the Prophet. The word ‘guardian’ conveys the most
appropriate sentiment of the word Caliph as it conveys a sense of duty but
not of power. This concept is in conformation with the original concept of an
egalitarian society envisaged in Islam.
Let us consider the origin of the Arabic word khalifa.
The linguists don’t believe in any relationship between Arabic and Sanskrit. However,
if we consider the theory that Sanskrit is the mother of all languages, we
will have to search for a similar sounding Sanskrit synonym of khalipha. If the
Arabic word khalipha was meant to convey the sense of a guardian, we may
consider its Sanskrit equivalent ‘paalak’ as a potential candidate. Paalak
may have mutated to phaalak and phaalakh that may have changed to khaalaph
to khalipha by change of sequence of letters.
paalak > phaalakh > khalaph > khalipha
However, looking at ‘khalipha’ strictly in terms
of its meaning as a successor, this word is nearer to the Sanskrit word ‘kuladeep’
(literally light of the family, meaning thereby the son who is a successor).
kuladeep > khalajeeph > khalayeeph >
khalipha.
The mutation from d > j and j > y is common
in Sanskrit, e.g. dyuti> jyoti, pradyot > prajyot; raja > raya.
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यह लेख भास्कर समूह की पत्रिका ‘अहा!
ज़िंदगी’ के अप्रैल 2005 अंक में छपे मेरे पुरस्कृत लेख का ही संवर्धित
रूप है।
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This write up is based on a prize winning article
by me published in the April 2005 issue of the magazine ‘AHA! ZINDAGI’ of the
Dainik Bhaskar Group.
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A linguistic fiction: Searching for the mother tongue of our first-ancestors, and trying for a grand-unification of all language-families भाषा-वैज्ञानिक कल्पना: हम सभी के प्रथम-पुरखों की मातृभाषा की खोज, और सभी भाषा-परिवारों के महा-मिलन का प्रयास
Sunday, March 17, 2013
ख़लीफ़ा शब्द का संस्कृत समानार्थी The Sanskrit Synonym of the Word ‘Caliph’
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your posts are always so interesting...
ReplyDeletethanks sir
Thank you Shilpa ji.
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