स्क्रू (screw) या पेच यानी ऐसी कील जिसमें चूड़िया बनी हुई हों। वा. शि. आप्टे के अनुसार संस्कृत में स्क्रू को कर्ष्णी (खींचने वाली) और व्यावर्तन कीलः (घूमने वाली कील) कहते हैं। लगता है कि ये दोनों संस्कृत शब्द रेल के लिए मोनियर-विलियम द्वारा बनाए शब्द 'लोहमार्गः गामिनी' जैसे कृत्रिम शब्द हैं। वास्तव में अंग्रेज़ी शब्द screw स्क्रू का डीएनए तो संस्कृत शब्द 'चक्रीय' से बहुत मिलता है। स्कू पर चक्रीय चूड़ियाँ बनी होती हैं। स्क्रू के अर्थ में चक्रीय संस्कृत में लुप्त हो चुका है। किन्तु इस शब्द को एक यरोपियन भाषा ने स्क्रू के रूप में बड़े सहेज कर रखा है।
Screw is a fastening nail with helical threading. According to VS Apte,
the Sanskrit words for screw are KARSHNI (pulling) and VYVARTANKEEL (rotating
nail). Both words appear to be as artificial coinage as the word 'lohmarg
gamini' for the railway by Monier-Williams. The word screw shares its
DNA with the Sanskrit word 'chakriya' (chakriya > chakruya
> sakruya > sakruwa > screw. The word chakriya for
screw is now extinct in Sanskrit. However, Sanskrit’s European daughters have preserved
it with love.
The etymologists have this to say. According to dictionary.com:
"Screw. 1375-1425; late Middle English scrwe,
screw (e) (noun); compare MiddleFrench escro (ue) nut, Middle Dutch schrûve,
Middle High German schrûbescrew"
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