Walking in the ancient world, we hear our
ancestors using Sanskrit words for a royal bird with a crown on its head! प्राचीन दुनिया में हमने देखा सिर पर मुकुट
लगाये एक राजसी पक्षी! पुरखों के मुंह से हमने इस पक्षी के संस्कृत नाम सुने!
I am on a long journey in the ancient times. Travelling from
one forest to the other. Let me ask Jibha and Bhashi as to why do they
call the birds ‘khagah’ (One of the Sanskrit words for birds). Jiba says: ‘khagah’ is a very old word. It was coined much before I was born. I have heard that the word
‘khagah’ has its origin in the chy-chy chirping sound
of the birds.
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मैं
लगातार प्राचीन काल की यात्रा पर हूँ। जंगल-जंगल घूम रहा हूँ। चलिये जीभा और
भाषी से पूछता हूँ कि पक्षियों को खग: क्यों कहते हैं। जीभा बोली: खग बहुत
पुराना शब्द है. मेरे पैदा होने से पहले का। मैंने सुना है कि यह शब्द पक्षियों
की च्य-च्य बोली से निकला था:
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chy-chya
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च्य-च्य
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ky-kya
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क्य-क्य
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khy-khya
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ख्य-ख्य
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khygya
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ख्य-ग्य
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khagah
(Sanskrit word for bird)
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खग:
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Bhashi
interrupted, “No, no. I have heard that the jungle in which our first ancestors
lived was full of the birds crowing kraw – kraw. Therefore the first word for
all birds was kraw – kraw. The word krav-krav mutated to become ‘khagah’ over
thousands of years:
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भाषी ने टोका: नहीं-नहीं। मैंने तो
सुना है कि आदि-पुरखे जिस जंगल में रहते थे वहां क्राव्-क्राव् बोलने वाले पक्षियों के कारण ही सभी पक्षी
क्राव्--क्राव् कहलाते थे। हज़ारों वर्षों में, क्राव्--क्राव् शब्द बदल कर
खग: बन गया:
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crow-crow
> crow
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क्रोव-क्रोव> क्रोव (अँग्रेज़ी
में कोआ)
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kov-kov kova > (crow in Hindi)
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कोव-कोव > कौवा / कोआ
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khov-khov
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खोवखोव |
Khoykhoy
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खोयखोय
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khoygoy
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खोय्गोय
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khagah
(bird in
Sanskrit)
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खगः
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It was now, Jibha’s
turn to speak: “In many species of birds the father and mother bird can be
identified just by looking at them. But in some species it is difficult to distinguish
a father bird from a mother bird. The birds that lays eggs and produces
children is called the ‘janani-khag’ (Sanskrit, janani = who gives birth,
mother) or jan-khag".
I found that these words to be quite unfamiliar. But soon I could decipher their relationship to the words in current usage because Jibha and Bhashi had begun playing their game of words. Let's listen to Jibha and Bhashi’s word–game: |
अब जीभा की बोलने की बारी थी:
"कई खगों में पिता-पक्षी और माता-पक्षी देख कर ही अलग पहचाने जाते हैं, किन्तु कुछ खगों में माता-पिता को अलग पहिचान पाना कठिन है। जनने वाली को हम जननी-खग या जन-खग कहते हैं।" मुझे ये शब्द काफी नए लग रहे थे। लेकिन जल्दी ही आधुनिक शब्दों से इन प्राचीन शब्दों का नाता समझ आ गया क्योंकि आप तो जानते ही हैं कि जीभा और भाषी बहुत देर तक अलग-अलग बात नहीं कर सकती। उन्होंने अपना शब्दों का खेल शुरू कर दिया है। चलिये सुनते हैं: |
khagah / khag (Sanskrit, = bird)
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खग: / खग = पक्षी |
jan-khag (Sanskrit, = mother bird)
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जन-खग = जन्म देने वाली पक्षी |
han-khag (j > h)
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हन–खग (ज > ह) |
hen-khag
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हेन-खग |
hen
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हेन hen (अँग्रेज़ी में मुर्गी या किसी अन्य मादा पक्षी के लिए शब्द) |
Now, I understood
that the English word hen is the shortened form of the Sanskrit ‘jan-khag’
that literally means mother bird!
While we are talking and walking, we see a flock of birds. Wow! There are many beautiful birds. Very majestic. Colorful wings. Each of the larger birds has a beautiful red crown on its head just like the king of the clan of our ancestors who wears a crown of feathers on his head. But the small birds have small crown or no crown. Bhashi says that at first glance, there is male–female dimorphism in this bird. Perhaps the smaller birds without crown are mothers / females”.
Oh yes, her guess
is right. As we approach the birds, the crowned king-birds fly away while the
birds without crowns keep sitting on eggs. The look terrified but are not
ready to leave their eggs.
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मैं समझ गया हूँ कि अँग्रेज़ी शब्द hen (हेन) संस्कृत शब्द ‘जन-खग’ का ही रूप है। इस तरह इसका शाब्दिक अर्थ है: मादा/माता-पक्षी!
अभी हमारी बात चल रही है कि हमें
पक्षियों का एक झुंड दिखाई दिया हैं। वाह! बहुत सुंदर पक्षी हैं। एकदम राजसी।
रंग-बिरंगे पंख। जैसे पुरखों के कबीले के राजा ने अपने सिर पर पंखों का मुकुट
लगाया हुआ है, वैसे ही बड़े पक्षियों के सिर
पर भी सुन्दर लाल मुकुट है। लेकिन कुछ छोटे पक्षियों का मुकुट बहुत छोटा या फिर
न के बराबर है। भाषी कह रही है कि उसे पहली दृष्टि में ही लगता है इन पक्षियों
में नर और मादा में दो-रूपता है। शायद छोटे मुकुट या बिना मुकुट के पक्षी माताएँ /मादाएँ
हैं। हाँ, भाषी का अनुमान ठीक है। हमारे कबीले के पहुँचते
ही मुकुट वाले राजा-पक्षी अपना स्थान छोड़ कर भाग रहें है। किन्तु छोटे मुकुट
वाले छोटे पक्षी अंडों पर ही बैठे हुए हैं। डरे हुए हैं पर अंडों को नहीं छोड़
रही हैं।
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The ancestors are
talking to each other. What new word should be coined for this new bird?
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पुरखे आपस में बात कर रहें है। इस खग को क्या नाम दें?
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One said: "The bird has a crest on the
head. So it should be called ‘shikha’-khag or shikin." (shikha = crest in
Sanskrit)
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एक ने कहा: "सिर पर शिखा है। अतः शिखिन।"
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“Shikin, why only
shikhi? Why not ‘raja’? raja-khag or khag-raja” said another.
(raja,
Sanskrit = king)
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दूसरे ने कहा: "केवल शिखिन ही क्यों? राजा क्यों नहीं? राजा-खग या खग-राज।"
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A third person
said, “I am going to call it maharaja-khag (emperor bird) or simply maharaja
(emperor)!"
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तीसरे ने कहा: "मैं तो इसे महाराज-खग कहूँगा, महाराज!"
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Jibha and Bhashi have
found new words. They have started playing with the words. Thousands of generations
in the coming eras are going to play this word game to coin new words:
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जीभा और भाषी को तो नए शब्द मिल गए है। शब्दों से उनका खेल शुरू हो गया
है। आने वाले समय में मनुष्यों की हज़ारों पीढ़िया इस खेल को खेल कर नए शब्द बनाने
वाली हैं:
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shikhi (Sanskrit, = with a crest)
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शिखि
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khikhi
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खिखी
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kiki
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कीकी
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kok
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कोक
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cock
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कॉक
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shikhi (Sanskrit, = with a crest)
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शिखी
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chiki
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चिकि
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chick
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चिक (अंग्रेज़ी में मुर्गी)
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shikhin
(Sanskrit, = with a crest, cock)
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शिखीन (संस्कृत, मुर्गा, मोर)
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chikhin
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चिखिन
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chickin
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चिकिन
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chicken
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चिकन (अंग्रेज़ी में चूज़ा)
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maharaja (Sanskrit, = emperor)
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महाराजा
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mayaraja
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मयाराजा
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mayaraga
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मयारागा
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muraga
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मुरागा
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murga (rooster in Hindi)
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मुर्गा
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sir nice setup.I really like this side by side english - hindi allignment!
ReplyDeleteThank you Harpreet. I will greatly appreciate more feedback, particularly of the negative type. That helps in making improvements.
ReplyDeleteफेसबुक पर शेष सनातन ३ जनवरी २०१५ ---मुर्गा फारसी शब्द है लेकिन यह पक्षी विश्व को भारत की देन है। इसका सम्स्कृत नाम इसकी बोली के अनुकरण से आ रहा है - कुक कुकुड़ - कुक्कुट। टवर्ग की ध्वनि से कुकणू कू, कुकुड़ू कू आदि ध्वनिसाम्य वाले शब्द इससे जुड़े। पहले 'च' के 'स' में परिवर्तित होने की बात बता चुका हूँ। यहाँ 'क' से ச ch या च का परिवर्तन देखिये। पहला क बदला और मात्रा उच्चारण भेदों के साथ अंततः कुक्कुट महाशय आज के chicken हो गए।
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