कुछ दशक पहले ही, हम भारतीयों ने चाचा, ताऊ, फूफा, मामा और मौसा के
लिए अँग्रेज़ी के शब्द ‘अंकल’ (uncle) को, और चाची, ताई, बुआ, मामी, और मौसी के लिए
अँग्रेज़ी शब्द ‘आंटी’ (aunt/ auntie) को अपनाया था. इसी तरह अब हम चचेरा, फुफेरा,
ममेरा, मौसेरा भाई या बहन के लिए अँग्रेज़ी के ‘कज़िन’ (cousin) शब्द को अपना चुके हैं.
अँग्रेज़ लोग इस शब्द का उपयोग दूर के रिश्तेदार के रूप में भी करते रहे हैं. हम भी
वैसा ही कर रहे हैं. क्यों न हो. कज़िन (cousin) एक आसान शब्द है, जो अनेक रिश्तेदारियों
को समेटे हुए है. भाषाविदों के अनुसार, लैटिन में मौसेरी बहन के लिए शब्द कोंसोब्रिनस
(consobrinus) से ही अँग्रेज़ी का कज़िन तथा कुछ अन्य यूरोपीय भाषाओँ में इसके समानार्थक
शब्द निकले. किन्तु, मैं समझता हूँ कि कज़िन शब्द का मूल शब्द संस्कृत का ‘स्वजन’ है.
‘कज़िन’ संस्कृत से यूरोपीय भाषाओं में एक तद्भव शब्द के रूप में, गया, और अब भारतीय
भाषाओं में उसकी वापसी हुई है. आइये, इस शब्द की भारत से यूरोप और यूरोप से भारत की
यात्रा को देखते हैं.
स्वजन [संस्कृत] = अपने लोग, रिश्तेदार
च्वजन (स > च)
क्वजन (च > क)
क्यजन (व > य)
क्यसन (ज > स)
क्यसन (ज > स)
कोसिन cosin (य > ओ; ज > स) [12वीं शताब्दी की पुरानी फ्रेंच]
कज़िन cousin [आधुनिक फ्रेंच]
कज़िन cousin [अँग्रेज़ी]
कुजीनो cugino [इटालवी]
कुसिने kusine [डैनिश]
कुज्य्न kuzyn [पोलिश]
और अब ‘स्वजन’ की भारत वापसी अँग्रेज़ी के कज़िन cousin से हुई. है न रोचक
बात!
नोट : Cousin (कज़िन) शब्द की यह व्युतपत्ति मेरी निजी कल्पना है. भाषाविद् इस व्युत्पत्ति को सही नहीं मानते. उनके अनुसार यूरोपीय भाषाएँ प्रोटो-इंडो-यूरोपियन भाषा से जन्मी हैं, संस्कृत से नहीं. सभी शब्दों के संस्कृत डी.एन.ए. के लिए इस ब्लॉग का साथ बनाये रखिये.
नोट : Cousin (कज़िन) शब्द की यह व्युतपत्ति मेरी निजी कल्पना है. भाषाविद् इस व्युत्पत्ति को सही नहीं मानते. उनके अनुसार यूरोपीय भाषाएँ प्रोटो-इंडो-यूरोपियन भाषा से जन्मी हैं, संस्कृत से नहीं. सभी शब्दों के संस्कृत डी.एन.ए. के लिए इस ब्लॉग का साथ बनाये रखिये.
वाह 😲 एकदम सही बात है
ReplyDeleteधन्यवाद
ReplyDeleteTrue
ReplyDeleteकजिन शब्द की व्युत्पत्ति की तार्किक व्याख्या!
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद
Deleteएकदम सही बात है
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